SU-57: रूस का घातक फाइटर जेट के 10 जबरदस्त फैक्ट्स
SU-57 रूस का 5वीं पीढ़ी का मल्टीरोल स्टील्थ फाइटर जेट है, जिसे विशेष रूप से अमेरिका के F-22 और F-35 का मुकाबला करने के लिए बनाया गया है।
SU-57 को पहले T-50 कहा जाता था। यह
Sukhoi Design Bureau
द्वारा विकसित किया गया है।
SU-57 ने अपनी पहली उड़ान 2010 में भरी थी, लेकिन यह 2020 में रूस की वायुसेना में शामिल हुआ।
SU-57 में ऐसी डिजाइन है जो इसे रडार से लगभग अदृश्य बनाती है, यानी यह दुश्मन के रडार में नहीं आता।
यह जेट हवा से हवा, हवा से ज़मीन, और इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर जैसे कई मिशनों में इस्तेमाल हो सकता है।
SU-57 बिना Afterburner के 2 Mach (लगभग 2,470 km/h) की स्पीड तक उड़ सकता है।
इस जेट में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सपोर्ट है जो पायलट के साथ मिशन में मदद करता है।
SU-57 में AESA रडार, IRST सेंसर और 360 डिग्री सिचुएशनल अवेयरनेस सिस्टम लगे हैं।
इसमें मिसाइलें, बम और लेजर-गाइडेड हथियार अंदर छिपे होते हैं, जिससे इसकी स्टील्थ क्षमता बनी रहती है।
रूस SU-57 का एक ड्रोन (मानवरहित) वर्ज़न भी बना रहा है, जिसे आने वाले वर्षों में लॉन्च किया जाएगा।