भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर नौ महीने के लंबे अंतरिक्ष प्रवास के बाद इस सप्ताह के अंत तक धरती पर लौटने की तैयारी में हैं। स्पेसएक्स का फाल्कन 9 रॉकेट 15 मार्च 2025 को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पर सफलतापूर्वक पहुंचा, जिससे उनकी वापसी का मार्ग प्रशस्त हुआ है।
मिशन की पृष्ठभूमि:
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर 5 जून 2024 को बोइंग के स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट के जरिए ISS के लिए रवाना हुए थे। यह मिशन केवल आठ दिनों का होना था, लेकिन तकनीकी खराबियों के कारण उनकी वापसी में विलंब हुआ और उन्हें नौ महीने तक अंतरिक्ष में रहना पड़ा।
स्पेसएक्स का क्रू-10 मिशन:
स्पेसएक्स और नासा के संयुक्त क्रू-10 मिशन के तहत चार नए अंतरिक्ष यात्री—नासा की ऐनी मैकक्लेन और निकोल अयर्स, जापानी अंतरिक्ष एजेंसी JAXA के टकुया ओनिशी, और रूसी स्पेस एजेंसी रोस्कोस्मोस के किरिल पेस्कोव—ISS पहुंचे हैं। इनका उद्देश्य सुनीता विलियम्स और उनके साथियों को बदलना है, ताकि वे धरती पर लौट सकें।
वापसी की योजना:
क्रू-10 की सफल डॉकिंग के बाद, नए अंतरिक्ष यात्री कुछ दिनों तक ISS के संचालन की जानकारी लेंगे। उम्मीद है कि 19 मार्च 2025 के बाद सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर स्पेसएक्स के ड्रैगन कैप्सूल के जरिए पृथ्वी के लिए रवाना होंगे।
नौ महीने के लंबे इंतजार के बाद, सुनीता विलियम्स और उनके साथी की धरती पर वापसी की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। यह मिशन अंतरिक्ष अन्वेषण के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा।